भारतीय एथलीट अरविंद मलिक टोक्यो पैरालंपिक खेलों 2020 में पुरुषों की शॉट पुट एफ35 स्पर्धा में सातवें स्थान पर रहे। पहली बार पैरालंपिक में खेल रहे 28 साल के अरविंद का आठ खिलाड़ियों के फाइनल में बेस्ट प्रयास 13.48 मीटर का रहा। इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल उज्बेकिस्तान के खुसनिद्दिन नोरबेकोव ने हासिल किया, जिन्होंने सीजन का 16.13 मीटर का बेस्ट थ्रो किया। अर्जेंटीना के इमैनुअल उरा ने 15.90 मीटर के थ्रो से सिल्वर जबकि चीन के फु जिनहान ने 15.41 मीटर के थ्रो से सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता।
एफ30 क्लास में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं जिन्हें शारीरिक गतिविधियों के लिए तालमेल में समस्या होती है और ऐसा मस्तिष्क पक्षाघात या मस्तिष्क में चोट लगने से होता है। ए35 में ये खिलाड़ी खड़े होकर हिस्सा लेते हैं। बचपन में अरविंद के सिर में गेंद लग गई थी जिससे तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो गई थी और वह बाएं पैर का इस्तेमाल नहीं कर सकते।