राजभवन में तीन मार्च से फूलों का संसार सजेगा। वसंतोत्सव-2023 की तारीख घोषित कर दी गई है। इसका आयोजन तीन से पांच मार्च तक होगा। सोमवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि इसमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के लिए आयोजन राजकीय न रहकर इसमें प्राइवेट पार्टनरशिप को बढ़ावा दिया जाएगा।राजभवन में हुई बैठक में राज्यपाल ने निर्देश दिए कि इस साल वसंतोत्सव में आईएचएम व जीएमवीएन के साथ ही राज्य के महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से फूड कोर्ट लगाए जाएं। इसमें मुख्य रूप से पारंपरिक मोटे अनाज ‘मिलेट’ को वरीयता दी जाएगी। शहद उत्पादन, इत्र, सगंध एवं औषधीय जड़ी-बूटियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके साथ ही हॉर्टिकल्चर, फलोरिकल्चर, शहद उत्पादन, जड़ी-बूटी, जैविक खेती आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमियों और किसानों को सम्मानित किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा उत्तराखंड दुनियाभर में फ्लोरीकल्चर के क्षेत्र में एक बड़े डेस्टिनेशन के रूप में उभरेगा। यह आयोजन राज्य के दूर-दराज के पुष्पोत्पादन, जड़ी-बूटी, सगंध पौधों एवं अन्य जैविक उत्पादों की व्यावसायिक खेती से जुड़े काश्तकारों व उत्पादकों के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित होना चाहिए। उन्होंने इस आयोजन को आर्थिक गतिविधियों के साथ जोड़ने के निर्देश दिए।बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पुष्प प्रदर्शनी आम जनता के लिए तीन मार्च को दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक एवं चार व पांच मार्च को सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक खुली रहेगी। वसंतोत्सव में विभिन्न 16 श्रेणियों में 186 पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।