देहरादून। रिजर्व फॉरेस्ट मालसी की वन भूमि पर अवैध कटान और कब्जे की शिकायत पर मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) गढ़वाल सुशांत पटनायक के नेतृत्व में टीम ने छापा मारा। मौके पर जेसीबी से खुदाई हो रही थी। साल के पेड़ों की जड़ों से मिट्टी हटाकर इन्हें नुकसान पहुंचाया जा रहा था। इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
वन विभाग की टीम ने जोहड़ी स्थित शांतिकुंज कॉलोनी में रिजर्व फॉरेस्ट की सीमा से लगी जमीन की पड़ताल की। मौके पर जिस निजी जमीन को लेकर शिकायत थी, वह तीन तरफ मालसी के आरक्षित वन (रिजर्व फॉरेस्ट) कक्ष संख्या-1 से घिरी है। सीसीएफ पटनायक ने बताया कि मौके पर आरक्षित वन सीमा के विभागीय सीमा स्तंभ (फॉरेस्ट पिलर) से छेड़छाड़ का पता चला। आशंका है कि फॉरेस्ट पिलर को खिसकाया गया है। मौके पर जेसीबी से खुदाई की जा रही थी और जमीन समतल की जा रही थी। पेड़ों के कटान की भी जांच की जा रही है। साल के पेड़ों की जड़ों के चारों ओर मिट्टी हटाकर क्षति पहुंचाई गई थी।
सीसीएफ ने इस प्रकरण की सघन जांच के आदेश दिए। साथ ही, जांच होने तक यहां काम पर रोक लगा दी। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि इस जमीन पर वन विभाग की ओर से काम करने की अनुमति न दी जाए। जमीन के तीनों तरफ फॉरेस्ट पिलर का गजट से मिलान किया जाए। सीसीएफ ने बताया कि इस मामले में ट्री प्रोटेक्शन ऐक्ट में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। विभागीय अफसरों और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच के आदेश दिए गए हैं।