उत्तराखंड के रुद्रपुर में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि के लिए जिले से लिए गए 15 सैंपलों में से सितारगंज, काशीपुर और दिनेशपुर में सात सैंपल पॉजिटिव आए हैं। पशुपालन विभाग ने पालकों के सूअरों को आइसोलेट करने के निर्देश दिए हैं। अब विभाग की ओर से स्वाइन फ्लू पाए जाने वाले क्षेत्रों में सर्विलांस का कार्य किया जा रहा है
गढ़वाल मंडल में स्वाइन फीवर की आशंका के बीच कुमाऊं के ऊधमसिंह नगर जिले से सूअरों के 15 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। मंगलवार को पशुपालन विभाग के पास आई रिपोर्ट में सात सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। विभाग की ओर से सितारगंज, काशीपुर और दिनेशपुर में अन्य सूअरों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं।
पशुपालन विभाग के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसबी पांडेय ने कहा कि 18 जुलाई को सूअरों के सीरम सैंपल लैब में भेजे गए थे। अन्य सूअरों में अभी वायरस नहीं फैला है। वहीं किसी भी सूअर में बुखार के लक्षण भी नहीं दिख रहे हैं।
अगर किसी सूअर की स्वाइन फीवर के चलते मौत होती है तो उसकी किडनी भोपाल स्थित लैब जांच के लिए भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सकों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए हैं। डॉ. पांडेय ने बताया कि स्वाइन फीवर की पुष्टि वाले सूअरों में अभी कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं, फिलहाल स्थिति सामान्य है।