पराजय के बावजूद मुख्यमंत्री बनाए जाने का जो भार पुष्कर सिंह धामी महसूस कर रहे थे, चंपावत विधानसभा उपचुनाव की ऐतिहासिक जीत के साथ वह काफी हल्का हो गया है। जानकारों के मुताबिक, यह रिकॉर्ड जीत धामी के आत्मविश्वास को और मजबूत बनाने का आधार बनेगी। इस जीत ने सत्ता की बागडोर संभाल रहे धामी को ही ताकत नहीं दी है, बल्कि यह 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट चुकी भाजपा का मनोबल बढ़ाने की वजह बनी है।
उत्तराखंड में अब तक हुए उपचुनाव ही नहीं बल्कि पांच बार हो चुके विधानसभा चुनावों में से किसी भी चुनाव में किसी भी प्रत्याशी ने कुल मतों में से 92.94 फीसदी मत हासिल नहीं किए। यह कीर्तिमान सीएम धामी के नाम दर्ज हुआ। यही वजह है कि उपचुनाव की इस अनूठी जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी धामी की पीठ थपथपाई और उन्हें डायनामिक मुख्यमंत्री बताया