हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है. दरअसल, राज्यसभा चुनाव में हिमाचल में हुई क्रॉस वोटिंग के चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद कांग्रेस एक्शन मोड में आ गई है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को बदलने की मूड में नजर आ रही है.
मंगलवार को ही सूत्रों ने इस बारे में जानकारी दी. हालांकि अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के हाथ में है. उधर बीजेपी ने भी हिमाचल के बजट से पहले सदन में सुक्खू सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग की है. जिसके चलते माना जा रहा है कि सुक्खू की कुर्सी खतरे में पड़ गई है.हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों के क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस की मुसीबत बढ़ा दी. जिसके चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद कांग्रेस आलाकमान भी एक्शन में आ गई. हिमाचल में पार्टी में दरात पड़ने की संभावना को देखते हुए राज्य के लिए दो ऑब्जर्वर डीके शिवकुमार और भुपेंद्र सिंह हुड्डा को नियुक्त किया गया. दोनों नेता आज यानी बुधवार शिमला जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि ऑब्जर्वर शिमला पहुंचकर पार्टी के सभी विधायकों से बात करेंगे. साथ ही उनकी नाराजगी दूर की भी कोशिश करेंगे.
हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा. जबकि बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने जीत दर्ज की. सत्तारूढ़ कांग्रेस को इस चुनाव में हार का समना करना पड़ेगा इसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी. कांग्रेस के छह विधायक और सत्तारुड़ी पार्टी का समर्थन करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी प्रत्याशी के लिए वोट डाला. जिससे कांग्रेस को हार और बीजेपी को जीत मिली.