पहले देहरादून, फिर हरिद्वार और उसके बाद ऊधमसिंह नगर जिले में सामने आए अवैध शराब के मामलों ने आबकारी विभाग की पेशानी पर बल डाल दिए हैं। नाराज आबकारी आयुक्त हरि चंद्र सेमवाल को अब गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के संयुक्त आबकारी आयुक्तों, देहरादून व हरिद्वार के उप आबकारी आयुक्तों को ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए सख्त हिदायत जारी करनी पड़ गई है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि जहां ऐसे मामले सामने आएंगे, जवाबदेह अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। जारी पत्र में उन्होंने चिंता जाहिर की है कि राज्य में अवैध और नकली शराब के बड़े प्रकरण सामने आ रहे हैं। इससे साफ है कि इस अवैध कारोबार पर प्रभावी अंकुश नहीं है।
यह राजस्व हित के साथ-साथ जनहित का गंभीर मामला है। उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध और नकली शराब के धंधे पर अंकुश लगाने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए। साथ ही प्रवर्तन की कार्रवाई को और अधिक मजबूत बनाया जाए
ताकि राजस्व और जनता को होने वाले नुकसान से बचा जा सके। उन्होंने हिदायत दी कि इस संवेदनशील और गंभीर विषय पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित कर्मचारी की जवाबदेही तय करते हुए उस पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।