हादसे के वक्त आर्मी एविएशन से सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल सिंह हेलीकॉप्टर उड़ा रहे थे। वो साल 2018 से आर्यन एविएशन कंपनी में पायलट के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। अनुभवी पायलट थे। मंगलवार को आम दिनों की तरह उन्होंने गुप्तकाशी के नाला हेलीपैड से केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन वापसी में हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया। हेलीकॉप्टर के पायलट अनिल सिंह ने हादसे से एक दिन पहले पत्नी आनंदिता से बात की थी और अपनी बेटी फिरोजा के प्रति चिंता जाहिर की थी। अनिल सिंह ने सोमवार को अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी। जब उन्होंने पत्नी से बात की थी तो उनके अंतिम शब्द थे कि मेरी बेटी का ख्याल रखना। उसकी तबीयत ठीक नहीं है।बताया जा रहा है कि पायलट ने हादसे से पहले मौसम खराब होने की सूचना दी थी। पायलट अनिल कुमार ने कहा था कि घना कोहरा आ गया है और कुछ नजर नहीं आ रहा है। इसलिए वापस आ रहे हैं। लेकिन उससे पहले ही दुर्घटना हो गई। प्रारंभिक जांच के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि केदारनाथ से उड़ान भरने के बाद पायलट अनिल कुमार ने कंट्रोल रूम में कॉल किया था। आशंका जताई जा रही है कि दुर्घटना का कारण हेलीकॉप्टर का पहाड़ी से टकराना भी हो सकता है। इंजन में खराबी आने से भी दुर्घटना हो सकती है