उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरसी, जिसका असर यह रहा कि मलबा आने से 257 बंद हैं। विभिन्न जिलों के 117 गांवों की बिजली और 25 पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं। पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु के मुताबिक विभाग की ओर से वैकल्पिक मार्ग तैयार किए जा रहे हैं। उनका दावा है कि जिन स्थानो पर पुल टूट गए हैं, उन्हें 25 अगस्त तक ठीक कर लिया जाएगा।
अतिवृष्टि के बाद प्रदेश में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद कर दी गई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र के मुताबिक प्रदेश में 10 राज्य मार्ग, तीन मुख्य जिला मार्ग, तीन अन्य जिला मार्ग एवं 97 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। इसके अलावा पीएमजीएसवाई के तहत बंद 144 मार्गो को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।