जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के बाद भारत भी शोक में डूबा हुआ है. सुबह करीब 8:00 बजे जापान के नारा शहर में एक चुनावी भाषण के दौरान हमलावर ने पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मार दी. तभी से देश में उनकी सलामती के लिए दुआएं की जाने लगी. जापान में यह वारदात उस वक्त हुई जब पूर्व पीएम जापान के नारा शहर में चुनावी प्रचार कर रहे थे. यहां रविवार को उच्च सदन का चुनाव होना है. शिंजो आबे के भाषण के दौरान ही हमलावर ने दो गोली चलाई. पहली गोली आबे के सीने के आरपार हो गई. दूसरी उनकी गर्दन पर लगी. मौके पर ही उनकी जान बचाने की कोशिश भी हुई. बाद में उनको एयरलिफ्ट करके हॉस्पिटल पहुंचाया गया. आखिरकार 6 घंटे बाद शिंजो आबे को बचाया नहीं जा सका.
दोपहर में करीब 2:30 बजे जैसे ही शिंजो आबे के निधन की खबर आई भारत में शोक की लहर दौड़ गई. सोशल मीडिया पर देशवासी दिवंगत शिंजो आबे को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री का भारत से गहरा नाता था. जापान के सहयोग से ही भारत में बुलेट ट्रेन का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी कई प्रोजेक्ट शिंजो आबे के कार्यकाल के दौरान ही शुरू हुए. जापान के पूर्व पीएम शिंजो दुनिया भर में एक लोकप्रिय नेताओं में गिने जाते थे. आबे का भारत के साथ बेहद दोस्ताना रिश्ता रहा. वे प्रधानमंत्री रहते चार बार और कुल पांच बार भारत आए. पहली बार 2006 में, जब वे जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी हुआ करते थे. प्रधानमंत्री बनने के बाद 2007 में भारत आए. इसके बाद वे 2012 से 2020 तक दूसरी बार प्रधानमंत्री रहे. इस दौरान तीन बार भारत आए.
आबे गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने वाले पहले जापानी प्रधानमंत्री थे. 2018 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने हॉलिडे होम में इनवाइट किया था. आबे के निजी बंगले पर जाने वाले मोदी पहले विदेशी नेता थे. पीएम मोदी के साथ वाराणसी में गंगा आरती करते हुए शिंजो आबे की तस्वीर भारत में खूब सुर्खियों में रही. इसके अलावा पीएम मोदी उन्हें गुजरात के साबरमती आश्रम भी ले गए. वे पहले जापानी प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने भारत के इतने दौरे किए. भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से नवाजा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि भारत और जापान के रिश्तों और ग्लोबल पार्टनरशिप में आबे की अहम भूमिका रही. आज पूरे भारत में शोक है. इस मुश्किल वक्त में हम पूरी ताकत के साथ अपने जापानी भाई-बहनों के साथ खड़े हैं. उन्होंने शिंजो के सम्मान में कल यानी 9 जुलाई को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा भी की.