मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में हुई बैठक में वन्यजीव हेल्पलाइन का लोकार्पण किया। इसके बाद उन्होंने विभाग के अधिकारियों की सक्रियता जानने के लिए टोल फ्री नंबर पर सुरई रेंज में बाघिन के घायल होने की सूचना दी। इससे विभाग में हड़कंप मच गया।
मुख्यमंत्री की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी जंगल की ओर दौड़ पड़े। हालांकि यह सूचना गलत निकली। असल में सीएम ने यह कॉल वन विभाग की मुस्तैदी परखने के लिए की थी। मुख्यमंत्री धामी ने जब यह सूचना वन विभाग के टोल फ्री नंबर पर दी तो कॉल अटेंड करने वाले कर्मचारी को नहीं पता था कि उनकी बात सीएम से हो रही हैसूचना के आधार पर यह जानकारी संबंधित वन प्रभाग को भेजी गई। वन विभाग के अधिकारी सूचना पर जंगल पहुंचे, लेकिन खोजबीन के बाद भी उन्हें घायल बाघिन नहीं मिली