उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के बाद पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश कहर बरपा रही है। पहाड़ी इलाकों में नदी नाले उफान पर आए हैं। गंगा और अलकनंदा नदी खतरे के निशान पर चल रही हैं। वहीं, भूस्खलन के चलते देहरादून, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी समेत प्रदेश में कईं जगह भवन ध्वस्त हो गए हैं। उधर, प्रदेश में अब भी 275 सड़कें बंद हैं।
मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के कई इलाकों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण श्रीनगर डैम में करीब तीन हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। जिसके चलते देवप्रयाग, ऋषिकेश और हरिद्वार में अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके बाद गंगा तटों पर जल पुलिस तैनात की गई है।
देहरादून में शांति विहार व सपेरा बस्ती के बीच बहने वाले नाले में अत्यधिक वर्षा के कारण आए पानी से चार दुकानें व चार मकान ध्वस्त हो गए हैं। पुलिस ने राहत बचाव कार्य करते हुए समय रहते दुकान व मकान खाली करा लिए थे। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया।
यमुनोत्री हाईवे झरझर गार्ड के पास मलबा आने से बंद हो गया। साथ ही गंगोत्री हाईवे मनेरी डैम के पास मलबा आने से बंद है। उधर, भटवाड़ी विकासखंड के जखोल गांव में बरसाती नाला उफान पर आने और भूस्खललन से खेती को नुकसान हुआ है।