कांवड़ मेला विधिवत रूप से चार जुलाई से शुरू हो जाएगा। मेले में आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस, पीएसी और अर्द्धसैनिक बल को नियुक्त किया गया है। एडीजी कानून एवं अपराध की ब्रीफिंग के बाद फोर्स मेला ड्यूटी पर रवाना हो गया। चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात रहेगी।
ड्रोन से भी मेला क्षेत्र में निगरानी रखी जाएगी। मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 33 जोन और 153 सेक्टर में बांटा गया है। शनिवार को एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने पुलिस लाइन रोशनाबाद स्थित बहुउद्देशीय भवन में कांवड़ मेले में नियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों (पुलिस बल) को ब्रीफ किया।
ब्रीफिंग के बाद फोर्स को ड्यूटी स्थल के लिए रवाना किया गया। एडीजी ने कहा कि कांवड़ यात्रा और वर्तमान में चल रही चारधाम यात्रा के दौरान उमड़ी भीड़ को देखते हुए एक चैलेंज के रूप में पूरे मनोयोग से यात्रा सकुशल संपन्न करानी है। किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से तुरंत रोका जाए। दुर्घटना होने पर बिना समय गंवाए अपने अधिकारियों को सूचना देकर उनके पहुंचने तक व्यवस्थाओं को सुचारू करने के प्रयास किए जाएं।
आईजी रेंज करन सिंह नगन्याल ने कांवड़ मेले से जुड़े अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आसपास की सभी घटनाओं को लेकर सर्तक रहें। यातायात प्लान को सुव्यवस्थित तरीके से लागू किया जाए। डीआईजी अभिसूचना एवं सुरक्षा डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने निर्देश देते हुए कहा कि मेले में बेहद सतर्कता के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि आपसी समन्वय और आवश्यकता अनुसार मीटिंग करें। पूरे मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 33 जोन व 153 सेक्टर में बांटा गया है। सुपर जोन की जिम्मेदारी एएसपी स्तर के अधिकारी संभालेंगे। जोन की जिम्मेदारी सीओ एवं इंस्पेक्टर और सेक्टर की एसएचओ, एसओ और एसएसआई स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई है। मेला क्षेत्र में बीडीएस, डॉग स्क्वायड की पांच टीम नियुक्त की गई हैं। आतंकी घटनाओं की रोकथाम के लिए एंटी टेरिस्ट स्क्वायड की दो टीमें मेला क्षेत्र में सक्रिय रहेंगी और हर संदिग्ध व्यक्ति अथवा परिस्थिति से निपटने के लिए पूरे समय तैयार रहेंगी