उत्तराखंड में चलने वाली निजी बसों में कभी टिकट तो कभी अन्य अव्यवस्थाओं की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। इसके चलते हल्द्वानी में आरटीओ संदीप सैनी ने यात्री सुविधाओं का वास्तविक हाल जांचने के लिए एक योजना तैयार की। शनिवार को आरटीओ संदीप यात्री बनकर बाजपुर बस अड्डे से कालाढूंगी जाने वाली बस में सवार हो गए। बस कुछ दूर चली ही थी कि चालक फोन पर बात करता दिखा। वहीं, कंडक्टर ने आरटीओ से रामनगर के सफर के लिए टिकट के 70 रुपये तो ले लिए लेकिन टिकट नहीं दिया। ऐसी लापरवाही देख आरटीओ का पारा चढ़ गया। वहीं, बस जब चेकिंग के लिए रुकी तब वहां आरटीओ को देख चालक-कंडक्टर हैरान रह गए।
आरटीओ ने बताया कि बस के हाल भी खराब थे, बस के अंदर बीच में ही टायर डाला हुआ था, जिससे यात्रियों को चढ़ने उतरने में दिक्कत हो रही थी। इसके बाद बस को आम्रपाली के पास विभागीय चेकिंग दल ने रोक कर जांच भी कीइसमें कंडक्टर के पास लाइसेंस भी नहीं था। मोबाइल पर बात करने पर चालक का लाइसेंस भी निलंबित किया जाएगा। इसके अलावा टिकट न देने पर कंडक्टर के विरुद्ध कार्रवाई होगी
बस का मौके पर चालान भी किया गया है। इसके बाद वहां चार अन्य बसों की जांच की गई। इसमें भी यात्रियों को टिकट न देने की शिकायत सामने आई। इन बसों के भी परमिट के विरुद्ध कार्रवाई करने की तैयारी है।बस का मौके पर चालान भी किया गया है। इसके बाद वहां चार अन्य बसों की जांच की गई। इसमें भी यात्रियों को टिकट न देने की शिकायत सामने आई। इन बसों के भी परमिट के विरुद्ध कार्रवाई करने की तैयारी है।