मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार सुबह टनकपुर पहुंचे। राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के मौके पर यहां वे सूर्योदय सेवा समिति की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय नेचुरोपैथी एवं योग सम्मेलन में शामिल हुए
लेकिन इससे पहले उन्होंने मृदा चिकित्सा के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सीएम ने खुद भी मिट्टी का लेप लगाकर नेचुरोपैथी पद्धति के लाभ लिया। इसके बाद वे शारदा घाट पहुंचे और घाट का निरीक्षण किया। बताया जा रहा है कि निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय टनकपुर पहुंचेंगे। यहां वे मुख्य सेवक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।सीएम धामी ने कहा कि मृदा थैरेपी हमें बचपन की याद दिलाती है। नेचुरोपैथी ऋषि मुनियों के समय से चली आ रही है। कहा कि बीते दिनों कोरोना महामारी ने यह भलिभांति ये परिचय कराया कि इस तरह की थैरेपी किस तरह से उपयोगी है। हमें इसे बढ़ाना देने के लिए आगे आना चाहिए