उफनाई गंगा में गुरुवार रात ओवरलोड भागीरथी क्रूज का इंजन दशाश्वमेघ घाट के सामने बीच मझधार में बंद हो गया। इससे क्रूज में सवार पर्यटकों में अफरातफरी मच गई। हालांकि एहतियातन एनडीआरएफ के जवान घाट पर पहुंच गए थे और घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे।
बाढ़ के चलते गंगा में नावों के संचालन पर रोक के चलते पर्यटकों का रुझान क्रूज पर बढा है। ऐसे में क्षमता से काफी ज्यादा पर्यटकों को लेकर गंगा में चल रहा भागीरथी क्रूज का इंजन बंद हो गया। इंजन बंद होने के बाद अचानक खड़े होने के बाद लहरों से पूरा क्रूज हिलने लगा और इसके खराब होने की खबर उस पर सवार पर्यटकों के बीच पहुंचने पर अफरातफरी मच गई।
करीब एक घंटे तक क्रूज एक ही जगह पर लहरों की थपेड़ों के बीच हिलता रहा। बाद में मदद के लिए दूसरे क्रूज विवेकानंद को वहां लाया गया और उससे टोचन कर रविदास घाट तक पहुंचाया गया।
मध्य प्रदेश के रीवा से बनारस दर्शन करने आए विनोद सिंह ने बताया कि वे परिवार के साथ क्रूज पर सवार थे।क्रूज मध्य गंगा में स्टार्ट नहीं हो रहा था उसके साथ का दूसरा क्रूज उससे काफी आगे निकल गया था इस वजह से सभी अनहोनी से सहम गए थे। यह काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद था कि दूसरा क्रूज करीब आधे घंटे में उनके पास पहुंच गया।