यमुनोत्री हाईवे पर रिखाऊं खड्ड के समीप हुई बस दुर्घटना में 26 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह बस मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों से भरी हुई थी। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डामटा में भर्ती कराया गया।
रविवार शाम पौने सात बजे यमुनोत्री हाईवे पर डामटा से करीब पांच किमी दूर यमुनोत्री की ओर रिखाऊं खड्ड स्थान पर हादसा हुआ। बस में चालक व परिचालक सहित 30 लोग सवार थे। दुर्घटना की सूचना पर पहुंचे बड़कोट, पुरोला पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम खोज एवं बचाव अभियान में जुटी। जिस स्थान पर दुर्घटना हुई वहां सड़क पर पैरापिट भी नहीं है।
डामटा से लेकर रिखाऊं खड्ड तक पांच किमी एरिया को पहले से ही डेंजर घोषित कर रखा है। अंधा मोड़ होने की वजह से सामने से आ रहा वाहन जल्दी से दिखाई नहीं दिखाई देता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सोमवार को घटना स्थल पर पहुंचे।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य और स्थानीय निवासी कुशला नन्द नौटियाल, जबर सिंह पंवार ने एनएच के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की हैइनका कहना है कि विभाग सड़क पर लीपा पोती कर सरकारी धन को ठिकाने लगा रहा है। जिस जगह सुरक्षा दीवारें और पैरापिट लगाने थे वहां लगाए नहीं और जहां नहीं लगने थे वहां लगा दिए।यदि दुर्घटना वाली जगह पर पैरापिट होते तो सम्भवतः घटना नहीं होती