कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों ने चिंताएं एक बार फिर बढ़ा दी हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट के साथ कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। राज्य सरकार हर एहतियाती कदम उठा रही है, लेकिन संक्रमण काबू में आता नहीं दिख रहा। यही वजह है कि उत्तराखंड में एक बार फिर से कोविड प्रतिबंध लागू करने की तैयारी है। दूसरे राज्यों की तरह यहां भी नाइट कर्फ्यू में सख्ती की जा सकती है। सोमवार को इस संबंध में कोई फैसला लिया जा सकता है। बात करें कोरोना मामलों की तो सोमवार को प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण के 259 केस सामने आए। इसी के साथ एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 506 पहुंच गई है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर और पौड़ी जैसे जिलों में स्थिति गंभीर है। ये वही जिले हैं, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा केस मिले हैं। प्रदेश में ओमिक्रॉन के अब तक 8 केस रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें से 4 मरीज ठीक हो चुके हैं।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से डरी राज्य सरकार अब प्रदेश में सख्त कोविड प्रतिबंध लागू करने की तैयारी कर रही है। सोमवार को स्वास्थ्य, शिक्षा समेत अन्य विभागों की बैठक होनी है, जिसमें कोविड प्रतिबंध के संबंध में निर्णय लिया जा सकता है। शासन ने कोविड प्रतिबंध को लेकर अन्य राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों का अध्ययन शुरू कर दिया है। स्कूल-कॉलेजों में 15 से 18 साल की आयु के सभी बच्चों के वैक्सीनेशन के बाद स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिया जा सकता है। प्रदेश में नाइट कर्फ्यू पहले से लागू है। जिसकी अवधि रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक है। वर्तमान हालात को देखते हुए नाइट कर्फ्यू की अवधि बढ़ाई जा सकती है। भीड़ नियंत्रण को लेकर भी जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं। उधर, आज से देशभर में 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरू हो गया है। वैक्सीन के लिए लाखों बच्चे रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इस उम्र के बच्चों को अभी कोवैक्सीन की डोज दी जा रही है।