हल्द्वानी में बेलबाबा मंदिर के पास कार के दुर्घटनाग्रस्त होने से पत्नी राजदा बेगम के साथ जान गंवाने वाले हाजी जहूर अहमद मृदुभाषी स्वभाव के थे। जैसे ही उनके निधन की सूचना लोगों को मिली तो वार्ड नंबर 18 खेड़ा स्थित उनके घर के पास भीड़ जमा हो गई। बेटे के हल्द्वानी जाने से घर पर ताला लगा है। भीड़ में शामिल हर कोई दंपती के निधन पर दुखी था।
पूर्व पार्षद नूर अहमद ने बताया कि हाजी जहूर अहमद स्क्रैप का कारोबार करते थे। वह और पत्नी तीन साल पहले हज करके आए थे। उनका बेटा शारिक कुरैशी भी एक साल पहले हज करके आया है। हाजी बेहद मृदुभाषी स्वभाव के थे। उनके परिवार में एक बेटा शारिक और अस्पताल में भर्ती बेटी है। बताया कि हाजी की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है। बड़ी संख्या में लोग हल्द्वानी चले गए हैं। बताया कि शाम को लोगों से मिलने के बाद हाजी हल्द्वानी को रवाना हुए थे