उत्तराखंड में आज सोमवार शाम को मौसम ने फिर करवट ली। गंगोत्री और बदरीनाथ धाम समेत ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ। वहीं, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, गोरसों बुग्याल, रुद्रनाथ, लाल माटी सहित नीती और माणा घाटी में भी बर्फबारी हुई।
उधर, उत्तरकाशी के हर्षिल घाटी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। उधर राजधानी देहरादून और पहाड़ों की रानी मसूरी में हल्की बारिश होने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। जिससे ठंड बढ़ गई है।
मौसम विभाग ने पर्वतीय जिलों में आज भारी बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बिजली चमकने और ओलावृष्टि के साथ भारी बर्फबारी की संभावना है।
केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बिजली चमकने और ओलावृष्टि के साथ भारी बर्फबारी की संभावना है।
इस साल फरवरी के शुरुआत में साल की पहली और पांच फरवरी को दूसरी बार बारिश-बर्फबारी हुई थी। इसके बाद रविवार को पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश के तीसरी बार बर्फबारी हुई
पहली-दूसरी बारिश-बर्फबारी से मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई थी। लेकिन, तीसरी बार हुई बर्फबारी से मैदानी इलाकों के तापमान में कोई खास असर नहीं पड़ा। यही वजह रही कि मैदानी इलाकों में ठंड का कम अहसास हुआ।