गृहमंत्री अमित शाह ने परमार्थ निकेतन में हवन में आहुति दी और गंगा आरती की। परमार्थ निकेतन की ओर से गृहमंत्री को रुद्राक्ष का पौधा, गणेश की प्रतिमा और इलाइची की माला भेंट की गई। उनके साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे
वैश्विक निदेशक सम्मेलन के बाद अपराह्न चार बजे गृहमंत्री अमित शाह वायुसेना के हेलिकॉप्टर से स्वर्गाश्रम स्थित वेद निकेतन घाट पर पहुंचे। यहां से कार से परमार्थ निकेतन तक पहुंचे। उन्होंने परमार्थ निकेतन में किए जा रहे हवन में आहुति डाली। उसके बाद गंगा आरती में शामिल हुए। आरती स्थल पर ही राष्ट्रगान किया गया।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अमित शाह को रुद्राक्ष का पौधा, इलायची की माला और अंगवस्त्र भेंट किया। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, वर्तमान समय में राष्ट्र राजनीति से राष्ट्रनीति की ओर बढ़ रहा है। भारत में राष्ट्रनीति का नया संविधान लिखा जा रहा है। उन्होंने कहा, उत्तराखंड की धरती जीवन जीने का रास्ता दिखाती है।
कहा, देश के गृहमंत्री अमित शाह ने नीयत, नीति और नियति के संगम से देश को नई दिशा दी है। इस मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी, महेंद्र भट्ट, रमेश पोखरियाल निशंक, योगगुरु बाबा रामदेव, महंत रविंद्र पुरी, महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज, साध्वी भगवती सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वरदास, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी असंगानंद सरस्वती आदि रहे।
हाथ जोड़ संबोधन से किया इन्कार
कार्यक्रम के दौरान परमार्थ के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने गृहमंत्री अमित शाह से संबोधन का निवेदन किया, लेकिन गृह मंत्री शाह ने हाथ जोड़ते हुए संबोधन से इन्कार कर दिया