मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में निवेश के लिए उद्यमी उत्साहित हैं। देश ही नहीं, विदेशों के बड़े निवेशक भी राज्य में उद्योग लगाने के लिए तैयार हैं। रोजगार के साथ आधारभूत ढांचे को विकसित करने में भी औद्योगिक निवेश आवश्यक है। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकार ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। सम्मेलन से पहले ही राज्य में निवेश को लेकर सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
दिसंबर माह में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए नई दिल्ली में आयोजित रोड शो में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में एक साल के अंदर 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री के इस विजन को साकार करने में हम भी निरंतर प्रयास कर रहे हैं। जी-20 सम्मेलन की तीन बैठकों की मेजबानी करने का अवसर उत्तराखंड को मिला। इससे वैश्विक स्तर पर राज्य को पहचान मिली है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड को औद्योगिक पैकेज दिया था। इससे राज्य में औद्योगिक विकास की रफ्तार बढ़ी। 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। 1.50 लाख करोड़ की विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।सीएम ने कहा उत्तराखंड विश्वस्तरीय पसंदीदा पर्यटन गंतव्य होने के साथ ही औद्योगिक हब बन रहा है। खाद्य प्रसंस्करण, ऑटो मोबाइल विनिर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, आयुष वेलनेस, पर्यटन में निवेश के लिए औद्योगिक जगत का एक पसंदीदा स्थल भी है। प्रदेश सरकार ने निवेश के लिए फोकस सेक्टरों की पहचान की है। उद्योगों के लिए 6 हजार एकड़ से अधिक लैंड बैंक बनाया गया। सीएम ने उद्यमियों से आपसी संवाद के दौरान उनके विचार व सुझावों पर अमल करने का आश्वासन दिया।
सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम ने उत्तराखंड को आर्थिक रूप से सक्षम राज्य बताते हुए देश भर के उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का वातावरण उद्योगों के लिए अनुकूल है। महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा ने राज्य में निवेश प्रोत्साहन के लिए सरकार की नीतियों व योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया।