श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्तराखंड में हर्ष और उल्लास के साथ मनाई गई। श्रीकृष्ण लीला के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की।
उन्होंने सभी को जन्मोत्सव की शुभकामनाएं दी। इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। गीतों की धुन पर सभी झूमने को मजबूर हो गए। कार्यक्रम में देहरादून के पुलिस कप्तान दलीप कुंवर ने भजन कृष्ण भयो अवतार… सुनाकर समा बांधा।
मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित राज्यपाल ने कहा कि हम सभी को श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्मयंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्रीकृष्ण का पूरा जीवन ही समाज को सीख देता है। उनके जीवन को जानने मात्र से ही लोग धन्य हो जाते हैं। इससे पहले पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अतिथियों को रुद्राक्ष का पौधा भेंटकर स्वागत किया।
शहर में कई जगह कार्यक्रम हुए। मथुरा-वृंदावन के कलाकारों ने झांकियों की मनमोहक प्रस्तुति दी। घरों में भी लड्डू गोपाल का विशेष शृंगार किया गया। स्कूलों में हुए कार्यक्रम में बच्चे राधा-कृष्ण बनकर पहुंचे।
पृथ्वीनाथ मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव पर कलाकारों ने मनमोहक झांकिया प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। विशाल शंख पर बाल स्वरूप श्रीकृष्ण, कुम्हार के चाक पर मिट्टी के मटके बनाते श्रीकृष्ण की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।बदरीनाथ और गंगोत्री धाम में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जन्मोत्सव धूम धाम से मनाया गया। इस मौके पर रात बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचे। 12 बजते ही धाम ‘ हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की’ जयकारों से गूंज उठे।