बीते 24 घंटों में राजधानी दून के सहस्रधारा में हुई बारिश ने दूसरी बार 72 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सहस्रधारा में 251 एमएम बारिश हुई। नौ अगस्त को भी सहस्रधारा में इतनी ही बारिश दर्ज की गई थी। जबकि, इससे पहले साल 1952 में 22 अगस्त को 332.2 एमएम बारिश हुई थी, जो अब तक का रिकॉर्ड है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है सहस्रधारा का अधिकतर हिस्सा वनों से घिरा हुआ है। इस इलाके में बारिश ज्यादा होने की वजह एक यह भी है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, आने वाले दिनों में भी इस इलाके में अधिक बारिश होने की संभावना है।बीते 24 घंटों में प्रदेशभर में सबसे ज्यादा बारिश देहरादून जिले में हुई है। जबकि, दून में सबसे ज्यादा 251 एमएम बारिश सहस्रधारा इलाके में दर्ज की गई है। बीते रविवार को शुरू हुई बारिश का सिलसिला सोमवार सुबह तक जारी रहा। आंकड़ों के अनुसार देहरादून में कुल 175.1 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से करीब एक हजार फीसदी ज्यादा है। दूसरे, नंबर पर टिहरी जिले में 82.5 एमएम बारिश हुई। जबकि, सबसे कम उत्तरकाशी जिले में 20.4 एमएम बारिश हुई। वहीं, प्रदेशभर में 273 फीसदी अधिक 52.9 एमएम वर्षा दर्ज की गई। मूसलाधार बारिश से कई इलाके जलमग्न हुए तो नदियों का जलस्तर बढ़ने के साथ बरसाती नालों में भी खूब पानी बह रहा है।