30 जून को गंगा में रिवर राफ्टिंग का अंतिम दिन होगा। इसके बाद राफ्टिंग के शौकीनों को इसके लिए दो महीने का इंतजार करना होगा। क्योंकि अब एक सितंबर से ही राफ्टिंग का संचालन शुरू होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है।
वहीं हर साल एक जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक राफ्टिंग पर रोक रहती है, क्योंकि इस दौरान गंगा में राफ्टिंग करना खतरे भरा हो जाता है। ऐसे में अब पर्यटकों के पास राफ्टिंग का लुत्फ उठाने के लिए महज शुक्रवार तक का ही समय शेष है।
गंगा नदी रीवर राफ्टिंग रोटेशन समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने बताया कि अंतिम दिनों में राफ्टिंग के शौकीनों की भीड़ बढ़ रही है। बीते कुछ दिनों से सुबह से लेकर शाम तक करीब 15 सौ पर्यटक राफ्टिंग का आनंद उठा रहे हैं। शुक्रवार को अंतिम दिन होने के कारण पर्यटकों की संख्या और बढ़ने की संभावना है।
साहसिक पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी ने बताया कि बारिश के मौसम के कारण शुक्रवार के बाद राफ्टिंग के संचालन पर रोक लग जाएगी। इन दो महीनों में राफ्ट को गंगा में उतरने की अनुमति नहीं होगी। नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी