रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना दिया था. पटियाला हाउस कोर्ट में खिलाड़ियों पर एफआईआर दर्ज करने की शिकायत की गई थी. कोर्ट ने इस मामले पर स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी. पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट फाइल की है. इसमें पहलवानों को क्लीन चिट दी गई है. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जंतर मंतर पर जो भाषण और आपत्तिजनकर भाषा सुनने को मिली थी वो अज्ञान सिख प्रदर्शनकारियों की थी. पहलवानों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया.
पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर मांग की गई थी कि पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पूनिया देश को बदनाम कर रहे हैं. इसलिए उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए.कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर दिल्ली पुलिस को मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था. जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस क्लीन चिट दी है. दिल्ली पुलिस ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में कहा है कि अज्ञात सिख प्रदर्शनकारियों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. बजरंग पुनिया, विनेश फोगट या अन्य पहलवानों द्वारा कोई अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया गया.
दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट को बम बम महाराज द्वारा प्रदर्शनकारी पहलवानों के खिलाफ की गई शिकायत को बंद करने के लिए कहा. महाराज ने कोर्ट से पहलवानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में FIR दर्ज करने की मांग की थी. पटियाला हाउस कोर्ट 7 जुलाई को मामले की सुनवाई करेगी. कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच बैठक हुई थी. पांच घंटे तक चली बैठक के दौरान भी ये मामला सामने आया था. खिलाड़ियों ने मांग की थी उनके ऊपर किसी तरह का कोई केस दर्ज न किया जाए. पहलवानों की मांग कि सांसद बृजभूषण सिंह को जल्द से जल्द जेल भेजा जाए. अनुराग ठाकुर ने 15 जून तक का वक्त दिया है. तब तक उन्होंने कहा कि आप प्रदर्शन नहीं करेंगे.