ओडिशा के बालासोर में 2 जून को 3 ट्रेनों के दुर्घटनाग्रस्त (Odisha Train Accident) होने से हादसे में मरने वालों और घायलों की संख्या बढ़ती जा रही है. 3 जून की सुबह के सरकारी आंकड़ों के अनुसार ट्रेन हादसे में 233 लोगों की मृत्यु हुई है और 900 से अधिक घायल हो गए हैं. 3 ट्रेनों के एक के बाद एक टकराने की यह भारत में अब तक की सबसे भयानक रेल दुर्घटना बताई जा रही है. रेल मंत्रालय और पीएम राहत कोष से मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्रेन दुर्घटना के मद्देनजर शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने 3 जून की सुबह दिए बयान में कहा कि अब तक 900 लोगों के घायल होने की सूचना है, उनका इलाज चल रहा है. 233 लोगों के शव बरामद हुए हैं. शिनाख्त किए गए शवों को या तो उनके परिजनों को सौंप दिया जा रहा है या पोस्टमॉर्टम के बाद उनके गंतव्य स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. अज्ञात लोगों के लिए वैधानिक प्रक्रिया का पालन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है. NDRF, ODRAF और दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद हैं.
बालासोर घटना स्थल पर शनिवार की सुबह पहुंचे केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी हैं. फिलहाल हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है. राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. यह बहुत बड़ी दुर्घटना है. सभी दिवंगत आत्माओं के लिए हम प्रार्थना करते हैं. जिनके परिवार के सदस्यों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. सरकार उन्हें हर संभव मदद करेगी. रेलवे ने कल ही मुआवजे का ऐलान कर दिया था, जांच कमेटी का भी गठन किया गया है.
रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. वहीं, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और पीएम के राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि की घोषणा की.