विश्व प्रसिद्ध जिम कार्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व की तर्ज पर शीघ्र ही आप देहरादून जू में भी टाइगर सफारी का आनंद ले पाएंगे। यहां टाइगर सफारी के लिए ट्रैक तैयार हो चुका है, जबकि 11 बाड़ों (इनक्लोजर) बनाने का काम अंतिम चरण में है। बाड़ों का काम पूरा होते ही नैनीताल जू से बाघों के एक जोड़े को यहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद सैलानी जू क्षेत्र के कुल 25 हेक्टेयर हिस्से का दीदार कर सकेंगे, जबकि अभी तक जू की गतिविधियां मात्र पांच हेक्टेयर क्षेत्रफल में संचालित की जा रही हैं।
देहरादून चिड़ियाघर में टाइगर सफारी शुरू करने के लिए सेंट्रल जू अर्थारिटी (सीजेडए) की टीम भी दौरा कर चुकी है। बाड़ों का काम पूरा होते ही एक बार फिर सीजेडए की टीम मौका मुआयना करने के बाद अनुमति प्रदान करेगी। दून चिड़ियाघर के वन क्षेत्राधिकारी मोहन सिंह रावत ने बताया कि टाइगर सफारी के लिए ट्रैक तैयार कर लिया गया है। इस ट्रैक में जिप्सी के बजाए इलेक्टि्रक वाहनों से सैलानियों को घुमाया जाएगा, ताकि वाहनों के शोर और प्रदूषण से बचा जा सके।
दून चिड़ियाघर में एक माह के भी गुलदार के दो शावकों को चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर से यहां लाया जाएगा। इसके अलावा दो भालू (स्लोथ और ब्लैक बीयर प्रजाति), दो लोमड़ी, दो हाइना (लकड़बग्घा) को भी जू में लाया जाएगा। फिलहाल जू में एक मादा गुलदार, 23 प्रकार की प्रजातियों की चिड़िया, 23 प्रकार के वन्यजीव, सांपों की दस प्रजातियां, मगरमच्छ, घड़ियाल जैसे जीव मौजूद हैं। इसके अलावा मछलियों के लिए एक्वेरियम तैयार किया गया है।