राजधानी में अवैध खनन सामग्री से भरे वाहन को रोकने गए सिपाही पर हमले की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी अशोक कुमार को कार्यालय बुलाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कैंट इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर मामले की निष्पक्ष जांच करने के आदेश जारी कर दिएकैंट थाना प्रभारी का चालक सिपाही मनोज रविवार सुबह सैर पर निकला था। इसी दौरान उसे जैंतनवाला में अवैध खनन की सूचना मिली। वहां उसने खनन सामग्री से लदे ट्रैक्टर को रोका तो चालक ने उस पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। हमले में सिपाही मनोज बुरी तरह घायल हो गया।उसका सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा है। राजधानी में खनन माफिया के इस दुस्साहस की खबर मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंची तो उन्होंने डीजीपी अशोक कुमार को सोमवार सुबह अपने कार्यालय बुला लिया। साथ ही प्रदेश में अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई और इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी अशोक कुमार ने जिला पुलिस को कैंट थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। इस पर एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने इंस्पेक्टर विनय कुमार को लाइन हाजिर करते हुए मामले की निष्पक्षता से जांच के आदेश जारी कर दिए।घटना के बाद पुलिस ने रविवार शाम को वसीम उर्फ गादड़, समीम, अर्सलान और सोहेल निवासी मस्जिद के पास प्रेमनगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। समीम ट्रैक्टर चला रहा था। पुलिस ने समीम को प्रेमनगर से गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर खनन सामग्री से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को भी बरामद कर लिया गया है। बाकी तीनों आरोपियों की तलाश में दो टीमें लगाई गई हैं।