सूर्यग्रहण के चलते सुबह प्रदेश में चारधामों के कपाट बंद कर दिए गए। सुबह 4:26 बजे मिनट पर सूतक काल शुरू हुआ। इस बार सूतक 12 घंटे पहले प्रारंभ हुआ। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री समेत अन्य मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन नहीं कर पाए।
मंगलवार सुबह सूर्य ग्रहण के चलते करीब 4:00 बजे गंगोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए गए हैं। अब कपाट शाम 6:00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। केदारनाथ मंदिर के साथ ही बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अधीन अन्य मंदिर भी सूर्यग्रहण के कारण बंद रहेंगे।
12 घंटे से अधिक सूतक के बाद सायंकाल 5:32 बजे के बाद मंदिर की साफ-सफाई व यज्ञ-हवन के उपरांत केदारनाथ मंदिर में सांयकालीन पूजा व आरती होगी। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा. हरीश चंद्र गौड़ ने बताया कि पंचांग गणना के अनुसार सूर्यग्रहण के चलते 25 अक्तूबर को केदारनाथ मंदिर लगभग 13 घंटे बंद रहेगा। बताया कि सुबह 4:26 बजे से शाम 5:32 बजे तक ग्रहण के कारण सूतक होने से बंद रहेगा। बताया कि सूर्यग्रहण शुरू होने से पहले ही मंदिर को बंद कर दिया जाएगा
भारत में खंडग्रास ग्रहण की व्याप्ति अपराह्न 4.15 से 6.15 बजे तक रहेगी। जबकि हरिद्वार में सूर्य ग्रहण 4:26 बजे से 5: 28 तक रहेगा। नारायण ज्योतिष संस्थान के आचार्य विकास जोशी ने बताया कि सूर्य ग्रहण का भारत के अधिकांश नगरों में प्रभाव रहेगा।ग्रहण का सूतक 25 अक्तूबर को सूर्य उदय से पहले रात 2:30 बजे से शुरू हो जाएगा। जिससे हरिद्वार में मंदिर प्रात: काल बंद रहेंगे