देश के अंतिम गांव माणा के लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवाद करेंगे। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह है। गांव की महिलाओं ने प्रधानमंत्री से पूछने के लिए कुछ सवाल भी तैयार किए हैं। आत्मनिर्भर माणा गांव के लोग प्रधानमंत्री के स्वागत की खास तैयारियों में जुटे हैं। 77 साल की नंदी देवी का कहना है कि गांव में संचार, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधा नहीं है। गांव में अस्पताल नहीं होने से सिरदर्द की गोली के लिए भी बदरीनाथ जाना पड़ता है। गांव में बच्चों के लिए स्कूल की सुविधा नहीं है, जिससे युवा पीढ़ी अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए शहरी क्षेत्रों में ही बस गई है।संचार सेवा के लिए गांव में भारत ब्रॉडबैंड इंडिया लिमिटेड (बीबीआईएल) की ओर से ग्रामीणों को टेलीफोन दिए गए थे लेकिन उन्होंने अब काम करना बंद कर दिया है। इससे ग्रामीणों को एक फोन करने के लिए एक किमी दूर जाना पड़ता है। गांव में प्राथमिक विद्यालय तक नहीं है