हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी जिले के कांडा गांव जा रही बरात की बस के बीरोंखाल सिमड़ी बैंड के पास दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से गांव में कोहराम मच गया।
बरातियों से भरी बस खाई में गिरने से हुए दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर दिया। अंधेरे में जब बस खाई में गिरी तो पूरी पहाड़ी पर बराती छिटककर गिर गए। रेस्क्यू अभियान चला तो करीब 25 लोगों के शव अभी तक इधर-उधर से बुरे हाल में मिले।
बरातियों से भरी बस जिस जगह दुर्घटनाग्रस्त हुई वह दुल्हन के घर से सिर्फ 600 मीटर दूर है। ग्राम प्रधान दिनेश कर्णवाल ने बताया कि लालढांग स्थित शिव मंदिर के पास रहने वाले संदीप पुत्र स्व नंद राम की बरात मंगलवार दोपहर एक बजे पौड़ी के कांडा गांव के लिए निकली थी। बस में 45 से अधिक लोग सवार थे।
दूल्हा संदीप कार से गया था। देर शाम बरात के दुल्हन के घर पहुंचने से 600 मीटर पहले ही बस खाई में गिर गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस काफी नीचे गिरी थी। जहां बस गिरी वहां नीचे नदी है। हो सकता है कुछ लोग नदी में भी बहे हों। शव जहां-तहां बिखरे पड़े हैं।
धुमाकोट थानाध्यक्ष दीपक तिवारी ने बताया कि कांडा मल्ला निवासी एक युवती का विवाह लालढांग निवासी संदीप के साथ तय हुआ था। मंगलवार को लालढांग से बरात दुल्हन लेने कांडा मल्ला गांव जा रही थी। शाम सात बजे करीब बस सिमड़ी स्कूल और घिरौली गांव के बीच अनियंत्रित होकर पूर्वी नयार नदी घाटी में जा गिरी।
लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को फोन पर दी तो तब रेस्क्यू शुरू हुआ। एसडीआरएफ की टीम घायलों व मृतकों को खाई से निकालने में जुटी है। उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही मोर्चा संभाल लिया थ। वे रात में ही राज्य सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे