कोरोनाकाल के बाद ऑफलाइन मोड में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा हुई तो छात्रों का पासिंग परसेंटेज घट गया। शिक्षकों का कहना है कि दो साल तक लगातार ऑनलाइन माध्यम से हुई पढ़ाई से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई। इसका सीधा असर इस साल पासिंग परसेंटेज पर पढ़ा है। कुल 16 रीजन में 12वीं में देहरादून रीजन 15वें और 10वीं में 12वें स्थान पर है।
पिछले साल सीबीएसई के 10वीं के परिणाम में देहरादून रीजन में 99.23 फीसद छात्र-छात्राएं सफल रहे थे। जबकि, इस साल 10वीं में 94.32 फीसदी छात्र सफल हुए। वहीं, 12वीं में पिछले साल 98.6 प्रतिशत छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए थे। जबकि, इस साल 12वीं में सिर्फ 85.39 छात्र-छात्राएं सफल रहे। वर्ष 2021 में कोरोना के चलते बोर्ड की लिखित परीक्षा नहीं हो सकी थी। ऐसे में सीबीएसई ने पुरानी और वर्तमान दोनों कक्षाओं के अंक, प्रोजेक्ट और असाइनमेंट के आधार पर छात्रों को नंबर दिए थे।
बिना परीक्षा के बोर्ड ने 40, 30, 30 के फार्मूले पर रिजल्ट तैयार किया था। इसमें 40 फीसदी अंक दसवीं और 30-30 फीसदी अंक 11वीं व 12वीं से लिए थे। इसके चलते देहरादून रीजन के परिणाम में साल 2021 में बीते तीन सालों के मुकाबले 15.42 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इस बार दो भागों में हुई बोर्ड परीक्षा में टर्म-1 के पेपर छात्रों ने ओएमआर शीट पर दिए थे। टर्म-2 में पुराने पैटर्न से परीक्षा दी थी।