देहरादून, व्यासी बांध झील में डूब रहे लोहारी गांव के ग्रामीणों की मांग को लेकर सोमवार को भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने गांव खाली करने के लिए ग्रामीणों को मात्र 48 घंटे समय दिया है, जबकि इन दिनों गांव की करीब दो सौ बीघा जमीन में गेहूं की फसल पककर तैयार खड़ी है। ऐसे में ग्रामीणों को अपनी फसल काटने तक का समय नहीं मिल रहा है।
सीएम कार्यालय पहुंचे भाजपा नेता एवं पूर्व दर्जाधारी प्रताप रावत ने मुख्यमंत्री को बताया कि ग्रामीणों को वैकल्पिक तौर पर उत्तराखंड जल विद्युत निगम की कॉलोनी में तब तक रहने दिया जाए, जब तक उनके अपने आवास बनकर तैयार नहीं हो जाते हैं। ग्रामीणों के विस्थापन के लिए गांव से पांच सौ मीटर की दूरी पर नया गांव बसाया जाना चाहिए। गांव के देवस्थान को सुरक्षित जगह पर स्थापित करने की व्यवस्था की जानी जरूरी है। उन्होंने बताया कि गांव के ग्रामीण प्रशासन की ओर से किए गए मूल्यांकन से ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं। लिहाजा ग्रामीणों को विश्वास में लेकर दुबारा मूल्यांकन किया जाना चाहिए, जिससे कि प्रत्येक प्रभावित ग्रामीण को उचित आर्थिक सहायता मुहैया हो सके।