सोमवार को देहरादून में विधायक दल की बैठक के बाद सर्वसम्मति से नेता चुने जाने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने अपने दूसरे कार्यकाल की तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन इस बार भी तीन चेहरे ऐसे रहे जिनका नाम मुख्यमंत्री की रेस में ही सिमट कर रह गया. यह तीसरी बार ऐसा हुआ है. पिछले साल मार्च महीने में त्रिवेंद्र सिंह रावत को जब हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया उस समय भी सतपाल महाराज धन सिंह रावत और अनिल बलूनी का नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल था. उसके बाद जुलाई महीने में तीरथ सिंह रावत को हटाकर जब पुष्कर सिंह धामी को नया मुख्यमंत्री बनाया गया तब भी इन तीनों का नाम सीएम पद की रेस में आगे था. इस बार भी सतपाल महाराज, धन सिंह रावत और अनिल बलूनी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म था.
लेकिन एक बार फिर से बाजी पुष्कर सिंह धामी के हाथ लगी. भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने धामी की हार के बाद भी उन पर पूरा विश्वास जताया है. विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद धामी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ शाम छह बजे राजभवन में राज्यपाल गुरमीत सिंह से मुलाकात की. इसके बाद कौशिक ने धामी के नेतृत्व में राज्यपाल को नई सरकार के गठन का अनुरोध पत्र सौंपा. इस दौरान केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और अजय भट्ट के अलावा डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत, सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, रेखा आर्य, अरविंद पांडे समेत कई नेता मौजूद थे. मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. इसके साथ धामी ने अपना वादा भी दोहराया.
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम राज्य में समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन सहित सभी वादों को पूरा करेंगे. कल यानी 23 मार्च को दून के घंटाघर के पास परेड ग्राउंड में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने के लिए प्रशासन रात से ही जुटा हुआ है. यह पहली बार हो रहा है जब किसी भी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह परेड ग्राउंड पर होगा