उत्तराखंड में चुनावी प्रक्रिया से ठीक पहले कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत ने बगावती रुख अख्तियार कर लिया था. लेकिन पार्टी की शीर्ष नेतृत्व उन्हें समझाने बुझाने में कामयाब रहा.
उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान हो चुका है और हर एक शख्स को 10 मार्च के दिन का इंतजार है जब नतीजे घोषित किए जाएंगे. इन सबके बीच हरीश रावत ने सोनिया गांधी से अपील की है कि वो सीएम चेहरा का ऐलान करें.
हरीश रावत ने कहा कि 14 फरवरी को जिस तरह से मतदाता अपने घरों से बाहर निकल कर मतदान केंद्र आए और कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया उससे साफ है कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी खेमे में खामोशी है, उसके नेता तनाव में हैं
इसके साथ ही कहा कि सीएम वो ही शख्स होना चाहिए जिसे जनता ने पसंद किया है, अपनी बात को उन्होंने दुल्हन वही जो पिया मन भाए के जरिए व्यक्त किया.
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में किसी भी शख्स ने सीएम पद के लिए उनके नाम पर ऐतराज नहीं किया है. लिहाजा सीएम चेहरे के संबंध में शीर्ष नेतृत्व को तुरंत फैसला करना चाहिए. यहां रोचक बात यह है कि पंजाब के लिए कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम कैंडिडेट घोषित किया है.
उत्तराखंड में चुनावी प्रक्रिया से ठीक पहले हरीश रावत का एक ट्वीट चर्चा में था जिसमें उन्होंने जिक्र किया था कि किस तरह से पार्टी के स्थानीय नेता उन्हें समर्थन नहीं कर रहे हैं ऐसे में उनका क्या मतलब रह जाता है