उत्तराखंड में आज शुक्रवार को दूसरे दिन भी मौसम खराब बना हुआ है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है और राजधानी देहरादून सहित राज्य के ज्यादातर इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। चारधाम सहित सभी ऊंची वादियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं।
राजधानी देहरादून और आसपास के ज्यादातर इलाकों में सुबह से रुक-रुक कर बारिश होती रही। मसूरी और आसपास की पहाड़ियों से चलने वाली ठंडी बर्फीली हवाओं के कारण पूरी दून घाटी में भीषण ठंड हो रही है। चमोली जनपद में बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, औली सहित 200 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं।
रुद्रप्रयाग में दो दिन से हो रही बारिश से जिले के 60 से अधिक गांवों में दो से तीन फीट बर्फ जमने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। केदारनाथ, मद्महेश्वर व तुंगनाथ घाटी के ऊपरी गांवों में शुक्रवार को हल्का हिमपात हुआ।धुमाकोट में पौड़ी धुमाकोट काशीपुर हाईवे नेशनल हाईवे पर भारी बर्फबारी से यातायात प्रभावित हो गया है। नैनीताल में शुक्रवार की सुबह फिर बर्फबारी हुई है। चंपावत में बर्फबारी हुई है। मुक्तेश्वर में लगभग डेढ़ फीट बर्फ जम गई है। मुनस्यारी नगर में एक फिट बर्फ जमी हुई है।
बस स्टेशन पर यात्री परेशान
वहीं बर्फबारी देखने के लिए मसूरी, धनोल्टी, चकराता, नैनीताल, औली सहित अन्य पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ भी उमड़ रही है। जिसके चलते जगह-जगह जाम की स्थिति पैदा हो रही है। नैनीताल जाने के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ा है। जिस कारण काठगोदाम सड़क पर लगातार जाम में वाहन फंस रहे हैं। काठगोदाम से लेकर नैनीताल-भीमताल मार्ग पर जगह-जगह जाम लगने के कारण रोडवेज बसों का संचालन भी प्रभावित हो गया है।
इसी के चलते हल्द्वानी के रोडवेज बस स्टेशन पर नैनीताल जाने के लिए यात्री परेशान है। वहीं कई जगह बारिश से जलभराव की स्थिति हो गई है। हल्द्वानी में रात्रि से हो रही बरसात के चलते एमबीपीजी कॉलेज निर्वाचन कार्यालय के मैदान में जलभराव हो गया है। इसके अलावा चंपावत और लोहाघाट की विद्युत सेवा पिथौरागढ़ कंत गांव के पास भारी बर्फबारी से बाधित हो गई है। ढ़वाल और कुमाऊं में भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है