आखिरकार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोईवाला से चुनाव ना लड़ने की चिट्ठी लिखकर हंगामा मचा दिया है यह चिट्ठी ऐसे समय पर आई है जो कुछ समय पहले ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि अगर पार्टी उन्हें कहेगी तो वह चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन कुछ दिनों बाद ही उन्हें पत्र लिखकर यह कहना पड़ रहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं पार्टी किसी और को हां टिकट दे दे जबकि त्रिवेंद्र सिंह रावत ही एकमात्र चेहरा डोईवाला क्षेत्र में थे डोईवाला के सर्वे में भी त्रिवेंद्र सिंह रावत की सीट जिताने के लिए सबसे मुफीद चेहरा थे लेकिन एकाएक उनका इस तरीके का पत्र लिखना समझ से परे है माना जा रहा है पार्टी आलाकमान नहीं चाहता कि त्रिवेंद्र सिंह रावत जैसा सीनियर विधायक पुष्कर सिंह धामी जैसे जूनियर नेता के अंडर में चुनाव लड़े और काम करें माना जा रहा है पार्टी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है लेकिन इन सबसे डोईवाला क्षेत्र में त्रिवेंद्र के करीबियों समर्थकों को बड़ा झटका लगा है आइए आपको बताते हैं त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पत्र में जेपी नड्डा को क्या कुछ लिखा है,,,
माननीय अध्यक्ष जी.
भारतीय जनता पार्टी, नई दिल्ली। (प. दीनदयाल उपाध्याय मार्ग )
सादर नमस्कार |
मान्यवर पार्टी ने मुझे देवभूमि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर दिया, यह मेरा परम् सौभाग्य था। मैंने भी कोशिश की, कि पवित्रता के साथ राज्यवासियों की सम्भाव सेवा करूं व पार्टी के संतुलित विकास की अवधारणा को पुष करूँ ।
मा० प्रधान मंत्री जी का भरपूर सहयोग व आशीर्वाद मु व प्रदेशवासियों को मिला जो अभूतपूर्व भा की गहराइयों से धन्यवाद हूँ मैं उनका ह्र उत्तराखण्ड वालियों का करना विशेषकर हे डोईवाला विधानसभा वासियों का ऋण तो कभी चुकाया ही नहीं जा सकता, उनका भी धन्यवाद, कृतज्ञ भाव से करता हूँ । डोईवाला विधान सभा वासियों का आशीर्वाद आगे भी आशीर्वाद पार्टी को मिलता रहेगा ऐसा मेरा विश्वास है। माननीय अध्यक्ष जी विनम्रभाव से आपसे अनुरोध करन चाहता हूँ कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है व युवा नेतृत्व श्री पुष्कर धामी के रूप में मिला है, बदली राजनीतिक परिस्थितियों मुझे विधानसभा चुनाव 202 नहीं लड़ना चाहिए, मैं अपने भावनाओं से पूर्व में ही अवगत करा चुका हूँ । मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूँ राष्ट्रीय सचिव, झारखण्ड प्रभारी, उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2014 में सहप्रभारी की जिम्मेदारी मैने निभाई है। महाराज पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चण्डीगढ़ हिमाचल प्रदेश में चुनाव अभियानों में काम किया है। वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य चुनाव हँ चुनाव हो रहा है ।
श्री धामी के नेतृत्व में पुन: सरकार बने उसके लिए पूरा समय लगाना चाहता हूँ । अतः आप खे पुन: अनुरोध है कि मेरे चुनाव न लड़ने के अनुरोध को स्वीकार करें ताकि मैं अपने सम्पूर्ण प्रभास सरकार बनाने के लिए लगा सकूं।