मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज अतिवृष्टि से प्रभावित केदारघाटी क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए रुद्रप्रयाग पहुंचे। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके अलावा केदारघाटी में अतिवृष्टि से हुई क्षति, सड़क एवं अन्य मार्गों सहित अन्य नुकसान की समीक्षा एवं पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की। इसे साथ ही सीएम ने प्रभावित व्यक्तिओं से भी बात भी की।
इसके बाद सीएम धामी ने जीएमवीएन अतिथि गृह में स्थानीय जनता से भेंट कर उनकी समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि हर यात्री और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा को दोबारा शुरू करने में स्थानीय लोगों का सहयोग लेने के दिए निर्देश दिए।
सीएम धामी ने कहा कि हेलीसेवा के माध्यम से दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, जिसका वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने यात्रा शुरू करने के लिए किए जाने वाले कार्यों में भी स्थानीय लोगों से सुझाव एवं सहयोग की भी अपील की
31 जुलाई को आई आपदा में सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग को काफी नुकसान हुआ है। सड़क जल्द खोलने को लेकर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के महानिदेशक, एनएच, लोनिवि के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर मार्ग को खोलने के लिए युद्धस्तर पर काम करने का निर्देश दिया था। इसके बाद मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी और एनएच के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
सोनप्रयाग से गौरीकुंड पांच किमी की सड़क है। इस सड़क को आपदा से काफी नुकसान पहुंचा है। सोनप्रयाग की तरफ से करीब दो किमी आगे 150 मीटर लंबाई में सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके अलावा 100-100 मीटर लंबाई में चार और जगह सड़क को काफी नुकसान हुआ है। इस मार्ग को लेकर मंत्रालय के डीजी ने वर्चुअल एनएच, लोनिवि अधिकारियों के साथ के बैठक की।
इसमें मार्ग को ठीक करने का काम तेजी से करने का निर्देश दिया। कहा, जो भी पुनर्निर्माण पर राशि खर्च होगी, उसको मंत्रालय उपलब्ध कराएगा। इसके बाद मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी व मुख्य अभियंता डीके शर्मा और एनएच के मुख्य अभियंता दयानंद मौके पर पहुंचे हैं। बताया, मार्ग को जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है।