चारधाम यात्रा पर आए वे सभी श्रद्धालु धामों में दर्शन कर सकेंगे, जिन्हें पंजीकरण न होने की वजह से रोक दिया गया है। लेकिन यह राहत केवल उन्हीं यात्रियों को दी जाएगी जो शुक्रवार तक चारधाम यात्रा मार्गों पर रोक दिए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है।
यमुनोत्री धाम की यात्रा व्यवस्था की जमीनी हकीकत का पता लगाने के लिए शुक्रवार को बड़कोट पहुंचे मुख्यमंत्री ने गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय को निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण आए श्रद्धालुओं को बीच रास्ते से वापस भेजना ठीक नहीं है। गढ़वाल आयुक्त पांडेय ने कहा कि सीएम के निर्देश के बाद शुक्रवार तक बिना पंजीकरण के जितने श्रद्धालु और वाहन ऋषिकेश, हरिद्वार व विकासनगर में रोके गए हैं, उन्हें शुक्रवार रात से ही सिलसिलेवार रवाना किया जाएगा।
बकौल मंडलायुक्त, अब चारों धामों में भीड़ प्रबंधन नियंत्रण में है और यात्रा सुगम ढंग से संचालित हो रही है। इसे देखते हुए यह व्यवस्था उन्हीं श्रद्धालुओं के लिए है जो यहां आ चुके हैं। देहरादून और हरिद्वार के जिलाधिकारियों को रोके गए वाहनों की सूची बना कर उन्हें नियंत्रित व चरणबद्ध ढंग से रवाना करने के निर्देश दिए गए हैं।